माझ्या वाट्याला तू | नको देऊ सुख |
सोसायला दु:ख | शक्ती दे तू ||
कडाडती वीज | झेलून घेईन |
झळाळते ऊन | साहीन मी ||
दया भक्ती श्रद्धा | सदा मनी राहो |
द्वेष दूर जावो | अंतरीचा ||
ऊन सावलीचा | खेळ सुख-दु:ख ||
कुणी नसे तृप्त | जीवनी ह्या ||
तागडी घेऊन | सारे मोजतोस ||
भोग वाटतोस | प्रत्येकाला ||
जितू दास झाला | लीन तुझ्या पायी |
आता नको काही | श्रांत झालो ||
....रसप....
४ जुलै २०११
सोसायला दु:ख | शक्ती दे तू ||
कडाडती वीज | झेलून घेईन |
झळाळते ऊन | साहीन मी ||
दया भक्ती श्रद्धा | सदा मनी राहो |
द्वेष दूर जावो | अंतरीचा ||
ऊन सावलीचा | खेळ सुख-दु:ख ||
कुणी नसे तृप्त | जीवनी ह्या ||
तागडी घेऊन | सारे मोजतोस ||
भोग वाटतोस | प्रत्येकाला ||
जितू दास झाला | लीन तुझ्या पायी |
आता नको काही | श्रांत झालो ||
....रसप....
४ जुलै २०११
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